UP CONSTABLE EXAM: यूपी के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने यूपी कांस्टेबल से जुड़े दिए आदेश जल्दी ही आने वाली हैं री एग्जाम की डेट। मंगलवार को यूपी के मुख्य सचिव ने डीएम को आदेश दिया की 27 जून तक परीक्षा केंद्रों की सूची को शॉर्ट लिस्ट करके उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड के ऑफिशियल वेबसाइट पर अपडेट करे। साथ ही मुख्य सचिव ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से मंडल के उच्च अधिकारियों जिलाधिकारियों एवम् वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को आदेश दिया की इस बार परीक्षा केंद्रों का चयन केवल गवरमेंट स्कूल, कॉलेज और यूनिवर्सिटी को ही शामिल किया जाना चाहिए। साथ ही यह भी आदेश दिया है की ब्लैक लिस्टेड स्कूल या कॉलेज को सेंटर नही बनाया जायेगा। इस बार की परीक्षा में केवल शहरीय स्कूल या कॉलेज को ही सेंटर बनाने की प्राथमिकता दिया जायेगा। ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित विद्यालयो को सेंटर नही बनाया जायेगा।
इस बार अलग अलग जिलों में भेजा जाएगा सेंटर।
नकल माफियों से बचने के लिए इस बार योगी सरकार ने अलग अलग जिलों में सेंटर भेजने की योजना बनाई है। जिससे नकल होने की संभावना को कम किया जा सके। अलग अलग जिला के छात्रो को अलग अलग जिला में पेपर देने जाना होगा। बता दें, यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा का आयोजन 60,244 पदों के लिए किया गया था। अब इन पदों के लिए दोबारा परीक्षा आयोजित की जानी है। यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में तीन चरण शामिल होंगे। एक लिखित परीक्षा, एक शारीरिक पात्रता परीक्षा, और एक शारीरिक मानक परीक्षण (पीईटी/पीएसटी), जिसके बाद डॉक्यूमेंट्स वेरिफिकेशन राउंड होगा। सभी चरणों को सफलतापूर्वक पार करने वाले उम्मीदवारों को कांस्टेबल के रूप में नियुक्त किया जाएगा।
इस बार नई नीति से संपन्न होगी परीक्षा।
इस बार परीक्षा को संपन्न कराने के लिए सरकार ने नया नीति बनाया है। नया नीति के हिसाब से इस बार पेपर को संपन्न कराने के चार एजेंसिया होंगी।
एजेंसी A- एजेंसी ए परीक्षा पेपर को तैयार करना , छपवाना और सभी जिलों के कोषागार तक पहुंचना।एजेंसी B एजेंसी बी का काम परीक्षा को सुचारू रूप से करना , कोषागार से पेपर को सेंटर तक पहुंचना हैं। तथा परीक्षा सेंटर पर व्यवस्था को देखना है।
एजेंसी C का काम परीक्षा सेंटर पर सुरक्षा व्यवस्था जैसे सिक्योरिटी फिक्सिंग, बायोमेट्रिक, तथा सीसी टीवी कंट्रोल रूम का व्यवस्था को दिया गया।
एजेंसी-D का काम ओएमआर शीट की स्कैनिंग आयोग व बोर्ड परिसर में ही कराकर परीक्षा का स्कोर चयन संस्था को उपलब्ध कराना है।