Bigg Boss OTT 3: रवि किशन ने शिवानी को लगाई फटकार, शिवानी ने रोते हुए रखा अपना पक्ष…
गांव की संस्कृति और मूल्यों की बात जब आती है तो हर किसी का ध्यान अपने मूल्यों और आदर्शों पर होता है। हाल ही में एक घटना सामने आई जिसमें प्रसिद्ध अभिनेता रवि किशन ने शिवानी कुमारी को उनके बर्ताव के लिए फटकार लगाई। यह मामला तब शुरू हुआ जब अभिनेता अनिल कपूर ने शिवानी से पूछा, “शिवानी, क्या आप अपने बर्ताव से गांव की संस्कृति को आगे बढ़ा रही हैं?” इस सवाल के जवाब में शिवानी ने हां कहा, जिसके बाद रवि किशन ने उनके बर्ताव पर कड़ी प्रतिक्रिया दी।
रवि किशन ने शिवानी को लगाया डाट
रवि किशन, जो उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले के केराकत निवासी हैं, ने कहा कि भाषा को ढाल के रूप में इस्तेमाल करके किसी का अपमान करना सही नहीं है। उन्होंने कहा, “भाषा की आड़ में आप किसी को अपमानित नहीं कर सकतीं…तुम छेड़ती हो ये गलत है।” रवि किशन का यह बयान इस बात की ओर इशारा करता है कि समाज में भाषा और बर्ताव का सही इस्तेमाल होना चाहिए, ताकि किसी की भावनाओं को ठेस न पहुंचे।
शिवानी ने दिया जवाब
शिवानी कुमारी, जो अपने बर्ताव के लिए रवि किशन की फटकार का सामना कर रही थीं, इस टिप्पणी के बाद फूट-फूट कर रोने लगीं। उन्होंने अपनी मां की कसम खाते हुए कहा कि वह इसी तरह से बात करती हैं और उनका किसी को अपमानित करने का कोई इरादा नहीं था। शिवानी ने कहा, “मैं हमेशा से इसी तरह बोलती हूं, मेरा किसी को अपमानित करने का कोई इरादा नहीं है।” इस पर रवि किशन ने कहा, “वो सब कुछ जानता हूं, लेकिन शिवानी, किसी को अपमानित करके अपने आप को आगे बढ़ाना, भारत में कोई भाषा या कोई भी संस्कृति नहीं सिखाती।”
रवि किशन का यह बयान भारतीय समाज के उन मूल्यों और संस्कारों को दर्शाता है, जो हमें एक-दूसरे के प्रति सम्मान और आदर करना सिखाते हैं। गांव की संस्कृति में आपसी सम्मान और सहयोग का महत्वपूर्ण स्थान होता है, और किसी को अपमानित करके अपने आप को ऊपर उठाने का प्रयास समाज में अस्वीकार्य है।
इस घटना ने लोगों के बीच एक महत्वपूर्ण चर्चा को जन्म दिया है कि किस तरह से भाषा और बर्ताव का इस्तेमाल समाज में किया जाना चाहिए। समाज में एक-दूसरे के प्रति सम्मान और आदर की भावना को बनाए रखना आवश्यक है। भाषा एक महत्वपूर्ण माध्यम है जिसके द्वारा हम अपने विचार और भावनाओं को व्यक्त करते हैं, लेकिन इसका सही और सकारात्मक इस्तेमाल बहुत महत्वपूर्ण है।
रवि किशन ने अपने बयान में इस बात पर जोर दिया कि भाषा और बर्ताव के माध्यम से किसी को अपमानित करना सही नहीं है। यह घटना हमें यह सिखाती है कि हमें अपने बर्ताव और भाषा का इस्तेमाल सोच-समझकर करना चाहिए ताकि किसी की भावनाओं को ठेस न पहुंचे।